निम्नलिखित गद्यांश का अंग्रेज़ी में अनुवाद कीजिए :
वर्तमान युग सूचना प्रौद्योगिकी का युग है । विज्ञान के क्षेत्र में हो रहे नवीन आविष्कारों ने मानव जाति को जिन विस्मयकारी उपलब्धियों से संपन्न बनाया हैं, उनमें सूचना तकनीक प्रमुख हैं। विश्व के किसी भी कोने में बैठकर आज हम वैज्ञानिक उपकरणों की सहायता से कहीं से भी कोई भी सूचना प्राप्त कर सकते हैं । सूचना प्राप्ति की इस सुविधा ने देशों की दूरियाँ समाप्त कर दी हैं । अब लगता है कि संपूर्ण संसार सिमटकर हमारी मुट्ठी में आ गया है । वैसे भी ‘वैश्वीकरण' और वसुधैव कुटुंबकम्' की अवधारणा वैज्ञानिक प्रगति के इस युग में तेज़ी-से फलीभूत होती प्रतीत हो रही है। आज हम उस युग को याद करें जब डाक भेजने की उपयुक्त व्यवस्था नहीं थी । सूचनाओं का आदान-प्रदान संदेशवाहकों द्वारा होता था । इस काम में लंबा समय लगता था। उस समय तक जीवन कितना कठिन रहा होगा इसका सञ्ज अनुमान लगाना आज आसान नहीं है । समय ने करवट ली और सूचना के क्षेत्र में नित्य नए प्रयोग होने लगे । डाक-तार, टेलीफ़ोन, टेलीग्राम आदि की व्यवस्था की गयी । पत्रों द्वारा संदेश पहुँचने लगे । जीवन में गति आयी तथा रेडियो और टेलीविज़न ने इस दिशा में क़दम बढ़ाए । कम्प्यूटर के आगमन के साथ ही सूचना जगत में क्रांति का सूत्रपात हो गया । इंटरनेट के विकास के बाद सारे कम्प्यूटर आपस में जुड़ गए तथा त्वरित संप्रेषण में और भी आसानी हो गयी । सूचना जगत में नए-नए परिबर्तन आ रहे हैं तथा नवीन से नवीन जानकारी तुरंत मिल जाती हैं । आज मनुष्य अपने किसी उत्पाद का विज्ञापन संपूर्ण विश्व में कहीं भी आसानी से कर सकता है । वह पारंपरिक हथियारों से लड़े बिना युद्ध कर सकता है । लगभग सभी घरों और कार्यालयों में आज कम्प्यूटर और इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध है जिसकी सहायता से हवाई जहाज, रेल, बस और सिनेमा आदि के टिकट आसानी से बुक किए जा सकते हैं । आरक्षण की स्थिति की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। सड़क यातायात की हालत का पता लगाया जा सकता हैं । आज मोबाइल पर इंटरनेट के माध्यम से सब-कुछ घर बैठे प्राप्त किया जा सकता है। सचमुच संवाद और सूचना संप्रेषण का यह सबसे सस्ता साधन है ।
निम्
गद्यांश का हिंदी
में अनुवाद कीजिए :
Democracy stands much superior
to any other form of government in promoting dignity and freedom of the individual.
Every individual wants to receive respect from fellow beings. Often conflicts arise
among individuals because some feel that they are not treated with due respect.
The passion for respect and freedom are the basis of democracy. Democracies throughout
the world have recognised this, at least in principle. This has been achieved in
various degrees in various democracies. For societies which have been built for
long on the basis of subordination and domination, it is not a simple matter to
recognise that all individuals are equal. Take the case of dignity of women. Most societies across
the world were historically male dominated societies. Long struggles by women have created some sensitivity
today that respect to and equal treatment of women are necessary ingredients of
a democratic society. That does not mean that women are actually always treated
with respect. But once the principle is recognised, it becomes easier for women
to wage a struggle against what is now unacceptable legally and morally.
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