राजभाषा और हिंदी के क्षेत्र में रोजगार की बड़ी संभावनाएँ हैं पर अधिकांशतः जानकारी के अभाव में हम जबतक समझ पाते हैं तब तक मौका निकल चुका होता है। इस आलेख में आपको सी विषय में विस्तार से जानकारी देने जा रहा हूँ।
यदि आपने अभी-अभी बारहवीं की परीक्षा उत्तीर्ण की है तथा किसी करण से कॉलेज में दाखिला नहीं ले पा रहे हैं तो आप इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय से स्नातक पाठ्यक्रम में प्रवेश ले लीजिए। इस पाठ्यक्रम में आप BACHELOR IN ARTS पाठ्यक्रम में प्रवेश लें। हिंदी अधिकारी या अनुवाद अधिकारी बनने के लिए पहली शर्त होती हैं स्नातक में हिंदी और अंग्रेजी या इनमें से एक या दोनों । इस स्थिति में इस पाठ्यक्रम में तीनों वर्ष अंग्रेजी और हिंदी अनिवार्य रूप से पढ़ना होता है जो आपको सहज रूप में मिल जाएगा।
यदि आप स्नातक हो चुके हैं तो - आप देखें कि आपके स्नातक में विषय क्या था। यदि स्नातक अंग्रेजी या अंग्रेजी माध्यम से है तो एम ए हिंदी से करें। यदि स्नातक हिंदी या हिंदी माध्यम से है तो एम ए हिंदी से करें । इसके साथ ही एक वर्षीय PGDIPLOMA IN TRANSLATION(PGDT) में प्रवेश ले लें।
यदि स्नातक में आपने हिंदी या अंग्रेजी के अतिरिक्त अन्य कोई विषय पढ़ा हो तो : ऐसी परिस्थिति में भी आपके पास विकल्प है। आप एम ए (अंग्रेजी या हिंदी - परिस्थिति के अनुसार -कृपया ऊपर मद संख्या 2 देखें) और अनुवाद में स्नातकोत्तर डिप्लोमा कर लें ।
विशेष विवरण और पाठ्यक्रम की तैयारी के संबंध में फोन द्वारा या सोशल मीडिया द्वारा हमसे जुडने के लिए कृपया 9330937935 पर संपर्क कर लें।
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